रोज़ाना हजारो ट्रेनों के चलने के बावजूद देश के किसी भी हिस्से के लिए वेटिंग टिकट का कंफर्म होगा या नही, इसपर कुछ कह पाना मुश्किल काम है। बिना कंफर्म टिकट के सुविधाजनक ट्रेन यात्रा करना जोखिम भरा और असुविधाजनक है। अगर आपने भी ट्रेन की टिकट बुक की थी जो अब तक वेटिंग में है और आप कंफर्म हुई या नहीं इस पड़ाव पर अटके हैं यह आर्टिकल आपके लिए है।
ब्लॉग:
रेलवे यात्रा हमेशा पसंदीदा विकल्प रहा है। भारत में हजारों ट्रेनें चलती हैं, लेकिन टिकट प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। सहूलियत के लिए 4 महीने पहले टिकट बुकिंग सुविधा शुरू की गई थी। इससे यात्रा की योजना बनाना आसान हो गया है। यदि टिकट कैंसिल हो जाता है, तो वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को लाभ मिल सकता है। यह आर्टिकल वेटिंग टिकट, कन्फर्मेशन, और रिफंड से जुड़ी जानकारी प्रदान करता है।
वेटिंग टिकट के नियम और यह क्या होता है?
वेटिंग टिकट एक ऐसा रेलवे टिकट होता है, जो आपको तभी यात्रा करने की इज़ाज़त देता है, जब ट्रेन में सीटें खाली हों।
वेटिंग टिकट के प्रकार:
- जनरल वेटिंग लिस्ट (GNWL): यह वेटिंग लिस्ट उन यात्रियों के लिए होती है जो ट्रेन के शुरुआती स्टेशन या शुरुआती स्टेशन के करीब के स्टेशनों से अपनी यात्रा शुरू करते हैं।
- पूल वेटिंग लिस्ट (PQWL): यह वेटिंग लिस्ट उन यात्रियों के लिए होती है जो ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से पहले किसी स्टेशन से अपनी यात्रा शुरू करते हैं।
- रद्द किए गए रिज़र्व वेटिंग लिस्ट (RQWL): यह वेटिंग लिस्ट उन यात्रियों के लिए होती है जो पहले से आरक्षित यानी रिज़र्व सीट को कैंसिल होने पर मिलने वाली सीटों के लिए इंतजार कर रहे हैं।
- रेलवे स्टेशन वेटिंग लिस्ट (RSWL): यह वेटिंग लिस्ट उन यात्रियों के लिए होती है, जो ट्रेन के शुरुआती स्टेशन पर टिकट बुकिंग काउंटर से टिकट खरीदते हैं।
ऑनलाइन वेटिंग टिकट नियम
वेटिंग टिकट कन्फर्म नहीं होने पर पूरा रिफंड मिलेगा। ट्रेन में सीटें खाली नहीं होने पर, काउंटर से बुक टिकट वेटिंग में होने पर यात्रा कर सकते हैं। ऑनलाइन बुक टिकट वेटिंग में होने पर यात्रा अमान्य है।
एसी वेटिंग टिकट के नियम
अगर आपका एसी टिकट कन्फर्म या RAC टिकट है तो आप ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं, अगर आपके पास RAC टिकट भी नहीं है, तो आप ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकते हैं। वरना आपको जुर्माना भरना पड़ेगा।
वेटिंग टिकट कितने घंटे पहले कंफर्म होता है?
चार्ट ट्रेन चलने से 4 घंटे पहले जारी होता है। RAC या WL टिकट के लिए, चार्ट देखकर ही कन्फर्मेशन पता चलेगा।
तत्काल वेटिंग टिकट कितने घंटे पहले कंफर्म होता है?
तत्काल वेटिंग टिकट के कंफर्म न होने पर आप टिकट के साथ ट्रेन में सफर नहीं कर सकते। आपका टिकट ऑटोमेटिक हो जाएगा और आपको रिफंड प्राप्त हो जाएगा।
टिकट कन्फर्म नहीं होने पर क्या करें?
अगर आपका टिकट कन्फर्म नहीं हुआ है, तो आप ट्रेन चलने से पहले रिफंड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
टिकट का कन्फर्मेशन स्टेटस जानने का तरीका
टिकट का स्टेटस जानने के लिए PNR (10 अंकों का अल्फान्यूमेरिक नंबर) की आवश्यकता होती है। PNR स्टेटस से पता चलता है कि टिकट कन्फर्म है या नहीं, और सफर से जुड़ी अन्य जानकारी भी मिलती है।
PNR स्टेटस चेक: टिकट कन्फर्म है या नहीं, कैसे पता करें?
IRCTC के ऑफिशियल पार्टनर जूप की मदद से जानें कि आपकी रेल टिकट कंफर्म हुई है या नहीं!
Zoop ऐप:
- Zoop ऐप डाउनलोड करें और अपने अकाउंट में लॉगिन करें।
- “माय जर्नी” टैब पर जाएं।
- अपनी यात्रा का चयन करें।
- “टिकट स्टेट” सेक्शन में आपको टिकट कंफर्मेशन की स्थिति दिखाई देगी।
Zoop वेबसाइट:
- https://www.zoopindia.com/ पर जाएं और अपने अकाउंट में लॉगिन करें।
- “माय जर्नी” टैब पर जाएं।
- अपनी यात्रा का चयन करें।
- “टिकट स्टेट” सेक्शन में आपको टिकट कंफर्मेशन की स्थिति दिखाई देगी।
रेलवे स्टेशन: SMS:
- 139 पर SMS भेजें।
- SMS में अपना PNR<space>10 डिजिट का PNR नंबर लिखें।
- टिकट की स्थिति का SMS प्राप्त होगा।
तत्काल वेटिंग टिकट रिफंड:
कन्फर्म न होने पर रेलवे टिकट ऑटोमेटिक रद्द कर देता है। 3-4 दिनों में रिफंड मिल जाता है, लेकिन बुकिंग चार्ज कट जाता है।
PNR स्टेटस चेक: टिकट कन्फर्म है या नहीं कैसे पता करें:
(PNR Satus) स्टेटस में “CNF” लिखा है तो आपका टिकट कन्फर्म है। PNR स्टेटस में “RAC” लिखा है तो आपका टिकट RAC (Reservation Against Cancellation) में है। इसका मतलब है कि अगर कोई कन्फर्म टिकट कैंसिल होगा तो आपको सीट मिल सकती है। PNR स्टेटस में “WL” लिखा है तो आपका टिकट वेटिंग लिस्ट में है। इसका मतलब है कि आपको सीट मिलने की संभावना कम है।